एक सेठ जी थे. वे शौक से बन्दर पाल रखे था. बन्दर बहुत समझदार था. वह सेठ की नक़ल किया करता था. सेठ को गिलास से पानी पीते देख वह भी गिलास से पानी पीने लगा था. सेठ जी को पंखा झलता हुआ देख कर वह मर्कट भी प…
Read more »एक अनपढ़ युवक शाइन बोर्ड बनाने वाले कंपनी में काम करता था . बोर्ड बनाने वाले कंपनी में लोगों के अपने प्रोफाइल और बिज़नस के बोर्ड के रिक्वायरमेंट्स आते थे. बोर्ड बन जाने के बाद वह युवक लोगों तक उनका बो…
Read more »एक बार एक ठग नगर में फेरी लगा रहा था . वस्त्र ले लो, वस्त्र ले लो युवा दिखने वाला वस्त्र, नौजवान दिखने के लिए ये वस्त्र पहने. नगर के लोग बड़ी उत्सुकता से उसकी बात सुनते . धीरे धीरे ये बात राज दरबार तक…
Read more »हमारा भारत वर्ष सदियों से ऋषि मुनियों का देश रहा है. मोह और संशय का शमन करने के लिए लोग संतों के शरण में जाते रहे हैं .लेकिन कुछ पाखंडियों ने संत शब्द के मर्यादा का लाघव किया है .
यथार्त तो ये है कि…
वृत्रासुर का वध करने से इन्द्र को ब्रह्महत्या का पाप लगा था . इस पाप से बचने के लिए इंद्र तपस्या करने जाने वाले थे . अब इन्द्रासन तो खाली रखा नहीं जा सकता अतः ऐसे योग्य राजा की खोज होने लगी जो इंद्र…
Read more »वसंत अगर ऋतुओं का राजा है तो वर्षा को ऋतुओं की रानी कहा गया है. और इस बरसात में भी सावन का महीना विशेष मनभावन होता है. सावन के महीने को कई बातों से महत्वपूर्ण माना जाता है . सावन के महीने की प्रसिद्ध…
Read more »वरदराज की कहानी - सफलता की कहानीप्राचीन काल में विद्यार्थी गुरुकुल में ही पढ़ते थे। कॉन्वेंट स्कूल की अब जैसी कोई प्रथा नहीं थी। यज्ञोपवीत के बाद विद्यार्थी गुरुकुल में शिक्षा ग्रहण करने जाते थे। गुर…
Read more »एक भिखारी था भिक्षाटन से जो कुछ भी धन मिलता उसे वो संचित करता और उस संचित धन से अपने भविष्य सुधारने की योयना बनाते रहता. पुराने ज़माने में भिक्षाटन करने वालों को भीख में आनाज ही मिला करता था. चावल और …
Read more »एक बार के राजा को अपने पडोसी शत्रु राजा के साथ युद्ध करना पड़ा। युद्ध बहुत दिन तक चला और राजा के बहुत सारे सैनिक और हज़ारों घोड़े मारे गए। इस युद्ध में राजा अपने राज्य का एक महत्वपूर्ण भूभाग हार गया। …
Read more »सियारों से कुत्तों की दुश्मनी बहुत पुराणी है। इससे सम्बंधित कई किस्से कहानियाँ हैं। आईये ऐसे ही एक रोचक कहानी के बारे में जानते हैं। इस कहानी के मुख्य पात्र हैं। सियार सियारिन और कुत्ते।
सियारों क…
ईर्ष्यालु व्यक्ति की कहानी। "श्रद्धालु" और "ईर्ष्यालु" नाम के दो पडोसी थे। दोनों में आपस में काफी घनिष्ठता थी। दोनों ने मिलकर तपस्या करने का विचार किया। दोनों तपस्या पर चले गए और …
Read more »एक व्यक्ति नित्य लंगर चलाता था
लंगर मे खाने वालों की संख्या नित्य प्रतिदिन बढ़ती गयी ।
फ़िर एक दिन उस व्यक्ति ने लंगर के टेबल पर एक तरफ़ दान पेटी रख दी ।
दान पेटी पर लिखा था आप धर्मार्थ स्वैच्छिक दान दे…
कपडे का एक व्यापारी था। वह बहुत मन लगाकर अपना व्यवसाय करता था। अपने दिनचर्या का पालन करता था और नित्य सुबह दूकान पर पहुँच जाता था। दूकान पर ग्राहकों की भीड़ लगी रहती थी . सेठ अपने कपड़ों पर उचित …
Read more »गोनू झा और भाना झा की कहानी गोनू झा और भाना झा दो भाई थे । गोनू झा बड़े भाई अपने छोटे भाई का ख़याल रखते थे । दोनो आपस में बड़े प्यार से रहते थे । बड़े हुए दोनो की शादी हो गयी । शादी के बाद दोनो भाइयो…
Read more »एक बार की बात है । राजा के पलंग में एक चीलर रहता था । चीलर बड़ी चालाकी से राजा के सो जाने के बाद राजा के रक्त का पान करता था ।
एक
दिन राजमहल के सेवक के माध्यम से शयन कक्ष में खटमल आ गया । खटमल चुपक…
Growing Sense of Neglect to the Native Language
मैं
अपने घर पर माता, पिता, भ्राता और भार्या से भी
अपनी मातृ भाषा भोजपुरी मे बात करता हूँ . इसके
विपरीत यदि मेरे बच्चे मातृभाषा के प्रति उदासीन होकर हिंदी …
Social Plugin