Four Candles and the Ray of Hope - चार मोमबतियां और आशा की किरण

चार मोमबतियां और आशा की किरण

एक कमरे में चार मोमबत्तियां जल रही थीं।  शान्ति विश्वास प्रेम और आशा नाम की मोमबत्तियों के रौशनी से कमरा  प्रकाशित हो रहा था।


 
कुछ देर बाद पहली मोमबत्ती "शान्ति " बोली मैं अब और ज्यादा नहीं जल सकती।  मुझे मानव द्वारा फैलाये गए अशांति ने इतना बाध्य कर दिया है की मेरा मन घुट रहा है।  मैं अब और ज्यादा नहीं जल सकती ऐसा कहते हुए वो अपने सखियों विश्वास प्रेम और आशा से विदा ले ली। पहली मोमबत्ती शांति बूझ गयी।
कुछ देर बाद दूसरी मोमबत्ती "विश्वास"  बोली। चरों तरफ फैले झूठ और अविश्वास के कारण  मेरा भी कोई कोई आस्तित्व नहीं रह गया है।  लोगों को एक दूसरे पर विश्वास ही नहीं। ऐसे में मेरे यहाँ रहने से क्या फायदा। मैं भी जा रही हूँ यह कह कर दूसरी मोमबत्ती विश्वास भी बुझ गयी।

शान्ति और विश्वास नाम की मोमबत्तियों को जाने के बाद तीसरी मोमबत्ती दुखी स्वर में बोली। मेरा नाम "प्रेम" है। मेरे पास जलते रहने की ताकत है लेकिन आज की भाग दौड़ की जिंदगी में किसी को प्रेम करने के लिए वक्त ही नहीं है। लोगों से गैरों से प्रेम करने की अपेक्षा क्या करें, लोग अपनों से भी प्रेम करना भूलते जा रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में मेरा यहाँ जलते रहने का मन नहीं करता। घुटन सी हो रही है यह कहते हुए वह तीसरी मोमबत्ती भी चली गयी।
तीसरी मोमबत्त्ती बुझी ही थी की उस कमरे में एक भोला भाला एक लड़का प्रवेश किया।

मोमबत्तियों को बुझा देखकर वह बहुत परेशान हुआ। उसने मोमबत्तियों से असमय बुझने का कारण जानना चाहा।  उसने रोतो हुए मोमबत्तियों से पूछा तुम्हे तो अभी जलना था।  तुमलोग बीच में अभी मुझे क्यों छोड़ कर चली जा रही हो। मुझे अपने बुझने का कारण बताओ।
तभी चौथी मोमबत्ती बोली प्यारे बच्चे घबराओं नहीं।  मेरा नाम "आशा" हैं  मैं जबतक जलती रहूंगी तुम्हे आशा की किरण कमरे में बिखरी पड़ी मिलेंगी। इस आशा के बल पर तुम बाकी बुझी हुई मोमबत्तियों को जला सकते हो।
"आशा" से यह बात सुनकर लड़का अति प्रसन्न हुआ उसने आशा मोमबत्त्ती के शहर शान्ति विश्वास और प्रेम नाम की मोमबत्तियों को पुनः प्रकाशित कर दिया।

अतः कहा गया है की  लाख विपत्ति आने पर भी हमें आशा नहीं छोड़नी चाहिए। आप पर  घोर विपत्ति आने पर भी  आशा रूपी एक दीपक भगवान हरदम प्रज्ज्वलित रखता है। जरुरत है इस आशा रूपी दीपक से अपने जिंदगी के दूसरे क्षेत्रों को दुबारा प्रकाशित करने की 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ